डॉ0 एस0 के0 जैन बर्लिंगटन क्लिनिक प्राइवेट लिमिटेड
वैजाइना से Excessive White Discharge का क्या कारण हो सकता है?
वैजाइना से Excessive White Discharge का क्या कारण हो सकता है?
डॉ साराँश जैन
अंतर्राष्ट्रीय रूप से सम्मानित डॉ। (प्रो।) सरनश जैन के अनुसार यूं तो वैजाइनल डिस्चार्ज एक साधारण बात मानी जाती है लेकिन कई बार यह किसी बीमारी का भी लक्षण हो सकती है।
अब यह सवाल उठता है अत्यधिक वैजाइनल डिस्चार्ज क्यों होता है?
अत्यधिक वजाइनल डिस्चार्ज एक साधारण बात भी हो सकती है और गंभीर भी। ऐसी बहुत सी स्थितियां हैं जब कुछ शारीरिक बदलावों के कारण व्हाइट डिस्चार्ज या अत्यधिक डिस्चार्ज हो सकता है। ऐसे ही कुछ कारण हैं-
ओव्यलैशन- वैजाइना की दीवारों और ग्लैंड्स के अलावा हार्मोन्स भी व्हाइट डिस्चार्ज में एक अहम भूमिका निभाते हैं। ओव्यलैशन के समय शरीर में प्रोजेस्टरोन का स्तर बढ़ जाता है जिसकी वजह से वैजाइना से भारी और लगातार डिस्चार्ज होता रहता है। प्रजनन करने के लिहाज से यह एक स्वस्थ और साधारण प्रक्रिया है। इसी वजह से पीरियड्स से कुछ दिनों पहले महिलाओं को पारदर्शी डिस्चार्ज दिखायी पड़ता है जो कई दिनों तक होता रहता है।
सेक्सुअल उत्तेजना– अच्छे इंटरकोर्स के लिए प्राकृतिक रुप से वैजाइना डिस्चार्ज के रुप में एक लुब्रिकेंट का निर्माण किया जाता है। सेक्स के लिए उत्तेजित करनेवाले हार्मोन्स ही इस सफेद डिस्चार्ज का निर्माण करते हैं। कई बार यह डिस्चार्ज बहुत अधिक हो सकता है।
प्रेगनेंसी- प्रेगनेंसी के दौरान हल्की गंध के साथ सफेद दूधिया डिस्चार्ज एक आम बात है। प्रेगनेंसी के दौरान होनेवाले हार्मोनल बदलावों के कारण यह डिस्चार्ज काफी अधिक भी हो सकता है। भले ही आपको यह अच्छा न लगे लेकिन इसका एक अनजाना-सा फायदा भी है। जी हां, यही डिस्चार्ज आपको मूत्र विकारों से बचाता है जिनकी संभावना प्रेगनेंसी के दौरान काफी बढ़ जाती है। यह अच्छे बैक्टेरिया के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाता है। यही नहीं लेबर से पहले डिस्चार्ज की मात्रा बढ़ भी सकती है जो नॉर्मल डिलिवरी में मददगार होता है। बस प्रेगनेंसी के दौरान यह चिंता का कारण तब बनता है जब डिस्चार्ज के साथ आपको खून के धब्बे और धक्के दिखायी दें।
तनाव– आधुनिक जीवनशैली में महिलाएं आसानी से तनाव का शिकार हो जाती हैं। जिसका उनकी सेहत पर असर पड़ता है। तनाव हमारे शरीर में हार्मोन्स के असंतुलन का एक बड़ा कारण बनता है जिसकी वजह से वैजाइनल डिस्चार्ज हो सकता है। वैसे तो तनाव की वजह से होनेवाला डिस्चार्ज भी साधारण बात मानी जाती है लेकिन एक अच्छी जीवनशैली और अच्छी सेहत के लिए तनाव दूर करने के उपाय आपको करने चाहिए।
अत्यधिक वैजाइनल डिस्चार्ज कब बनता है चिंता का विषय?
अत्यधिक वैजाइनल डिस्चार्ज कुछ बातों का संकेत हो सकता है। जिनपर आपको ध्यान देना चाहिए। ऐसी ही कुछ स्थितियां हैं-
डिस्चार्ज का रंग बदलना- अगर आपको ऐसा महसूस हो कि आपको होनेवाले डिस्चार्ज का रंग बदल गया है। जो पहले पारदर्शी सफेद पदार्थ से अब पीला, हरा या लाल हो गया है और उससे तेज़ दुर्गंध भी आने लगी है तो यह किसी इंफेक्शन का भी संकेत हो सकता है। इस बारे में डॉ. मेहता कहती हैं कि यह संकेत बतलाता है कि आपको कोई फंगल, बैक्टेरिअल या वायरल इंफेक्शन हुआ है। यह किसी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसिज़ (sexually transmitted diseases) की वजह से भी हो सकता है।
डिस्चार्ज के अनुरूप में बदलाव- अगर आपको डिस्चार्ज के साथ दर्द भी हो और डिस्चार्ज के रंग में भी बदलाव आ जाए तो डॉक्टर से सम्पर्क करें और पूरा चेकअप कराएं। डॉ. मेहता के अनुसार, टीनएज(13-19 साल की आयु में) पेट में कीड़े भी हो सकते हैं। इसलिए डॉक्टर से बात ज़रूर करें।
जलन और खुजली-अत्यधिक डिस्चार्ज के साथ अगर जलन, सनसनाहट और खुजली भी होती है तो इसका मतलब है कि आपके प्रायवेट पार्ट्स में इंफेक्शन हो गया है जिसे इलाज की ज़रूरत है।
सेक्स के दौरान दर्द- चूंकि वैजाइना द्वारा होनेवाला सीक्रेसन या डिस्चार्ज एक लुब्रिकेंट जैसा काम करता है लेकिन उसके बावजूद अगर आपको सेक्स के दौरान दर्द महसूस हो तो इसका अर्थ है कि आपको इंफेक्शन या कुछ ऐसी समस्या है जिसका तुरंत इलाज करने की ज़रूरत है।
क्या करें?
गाइनकलॉजिस्ट से मिलें– अगर आपके वैजाइना से बहुत अत्यधिक डिस्चार्ज हो रहा है तो तुरंत अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें। ताकि इसके सही कारणों का पता लगाया जा सके। अगर आपके वैजाइनल डिस्चार्ज की वजह कोई यूरीनरी प्रॉब्लम या UTI है तो उसका सही तरीके से इलाज किया जा सकता है। अक्सर ऐसी स्थिति में पैप स्मियर टेस्ट कराने की भी सलाह दी जाती है। साथ ही अगर किसी एसटीडी की समस्या है तो उसका भी इलाज करना ज़रूरी होगा।
साफ-सफाई का ध्यान रखें- साफ-सफाई की मदद से आप इंफेक्शन और बीमारियों से बच सकती हैं। अपने प्रायवेट एरिया को इंफेक्शन से बचाने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखें। खूशबूदार साबुन और वॉश सोल्यूशन्स से बचें क्योंकि उनसे त्वचा का पीएच लेवल बदल सकता है। डूश(douches) का इस्तेमाल न करें। गर्म पानी और किसी सौम्य वैजाइनल वॉश से सफाई करना ठीक होगा।
संतुलित आहार लें- वैजाइनल हेल्थ मेंटेन करने और इंफेक्शन से बचने का एक अच्छा तरीका है अच्छी डायट। जी हां, एसिडिक प्रकृति की चीजें न खाएं। अपने भोजन में फल और दही शामिल करें। क्योंकि ये आपके शरीर में बननेवाले एसिड का असर कम करते हैं।
आराम करें- आपके इम्यून सिस्टम को ठीक रखने, इंफेक्शन से बचने के लिए और शरीर को सुचारू रूप से काम करने में सक्षम बनाने के लिए ज़रूरी है कि आप अच्छी तरह आराम करें।
For Getting Information Through You Tube :
Dr. SK Jain’s Burlington Clinic Pvt Ltd | CERTIFIED & LICENSED BY AMERICAN BOARD.
28-A, VS Marg, Near Burlington Crossing, Lucknow, Uttar Pradesh 226001, India
* 9 3 3 5 6 0 4 4 4 4 * 9 9 3 5 1 0 9 9 9 9 * 9 9 3 5 1 1 7 7 7 7 * 9 9 3 5 5 7 4 9 9 9
Comments
Post a Comment